Friday 11 January 2019

झीनी झीनी बीनी चदरिया

झीनी झीनी बीनी चदरिया

झीनी झीनी बीनी चदरिया ॥टेक॥

काहे के ताना काहे के भरनी  
      कौन तार से बीनी चदरिया ॥१॥

इंगला पिंगला ताना भरनी  
      सुखमन तार से बीनी चदरिया ॥२॥

आठ कँवल दल चरखा डोलै  
      पाँच तत्त्व गुन तीनी चदरिया ॥३॥

साँई को सियत मास दस लागे  
      ठोक ठोक कै बीनी चदरिया ॥४॥

सो चादर सुर नर मुनि ओढ़ी  
      ओढ़ि के मैली कीनी चदरिया ॥५॥

दास कबीर जतन करि ओढ़ी  
      ज्यों कीं त्यों धर दीनी चदरिया ॥६॥

No comments:

Post a Comment