Wednesday 9 January 2019

सतगुरु मैं तेरी पतंग, बाबा मै तेरी पतंग

सतगुरु मैं तेरी पतंग, बाबा मै तेरी पतंग,
हवा विच उदीदी जावागी, हवा विच उदीदी जावागी।
बाबा डोर हाथों छोड़ी ना, मैं कट्टी जावांगी

बड़ी मुश्किल दे नाल मेटे मेनू तेरा दवारा है।
मेनू इको तेरा आसरा नाले तेरा ही सहारा है।
हुन ते ही भरोसे, हवा विच उदीदी जावागी,
बाबा डोर हाथों छोड़ी ना, मैं कट्टी जावांगी

ऐना चरना कमला नालो मेनू दूर हटावी ना।
इस झूठे जग दे अंदर मेरा पेचा लाई ना।
जे कट गयी ता सतगुरु, फेर मैं लुट्टी जावागी,
बाबा डोर हाथों छोड़ी ना, मैं कट्टी जावांगी

अज़ीज़ मलाया बूहा आके मैं तुम्हारा द्वार दा।
हाथ रख दे एक वारि तूं मेरे सर ते प्यार दा।
फिर जनम मरण दे गेडे तो मैं बच्दी जावागी,
बाबा डोर हाथों छोड़ी ना, मैं कट्टी जावांगी.

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